मंगलवार, 6 अगस्त 2013

5 अगस्त को मेरे बेटे की पुण्यतिथि थी। ..........लेकिन वो गया कहाँ,मेरे आसपास ही तो है। वो जैसा घर सजाकर रखता था मै वैसा ही सजाकर रखती हूँ,उसकी पसँद का खाना खाती हूँ, जिस रूप जिस पहनावे में मै उसे अच्छी लगती थी,मैं वैसी ही रहती हूँ............मेरा हेमंत मेरे रहते तक रहेगा।

शुक्रवार, 2 अगस्त 2013

चर्चित लेखिका संतोष श्रीवास्तव का सम्मान
छ्त्तीसगढ हिन्दी साहित्य मंडल रायपुर द्वारा संतोष श्रीवास्तव का सम्मान सँस्था के अध्यक्ष अमरनाथ त्यागी द्वारा किया गया। 
इस अवसर पर सँगीतकार कल्याण सेन ने उनकी गज़लें गाई। अध्यक्षता सद्भावना दर्पण के सँपादक वरिष्ठ साहित्यकार गिरीश 
पँकज ने की । जाने माने साहित्यकारों की उपस्थिति में संतोष जी का शॉल,स्मुति चिन्ह,पुष्पगुच्छ प्रदान कर सम्मान किया गया